भारत की गुलामी के लिए कोई
विशेष दिनांक या वर्ष नहीं बताया जा सकता परन्तु 1757 (प्लासी की लड़ाई) के बाद से
भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ता चला गया क्योंकि प्लासी की लड़ाई में बंगाल जैसा
एक बड़ा क्षेत्र ब्रिटिशों ने अपने कब्ज़े में ले लिया था जिसके कारण ब्रिटिश धीरे
धीरे भारत के अन्य हिस्सों पर पकड़ बनाने में सफल रहे व भारत की सत्ता पर वर्ष 1947
तक राज किया। वर्ष जो कि 190 वर्षों का समय है इसी कारण आमतौर पर कहा जाता है कि
भारत लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजो का गुलाम रहा।
विस्तार: यद्दपि भारत की गुलामी की शुरुआत 1600 ई. से हो गई थी
जिसमें डच, फ्रांस, पुर्तगाल, ईस्ट इंडिया कंपनी, ब्रिटिश राज सभी ने भारत के अलग
अलग हिस्सों पर राज किया परन्तु केवल ब्रिटिश राज ही सम्पूर्ण भारत को गुलाम बनाने
में सक्षम हुआ जो कि वर्ष 1857 से 1947 तक रहा। वर्ष 1857 में पहला स्वतंत्रता
संघर्ष हुआ जो कि असफल रहा। उसके बाद ही कंपनी के शासन को ब्रिटिश राज में
परिवर्तित किया गया। भारत बहुत सी रियास्तों में बंटा हुआ था इसी कारण व्यापार के
उद्देश्य से आई संगठित ईस्ट इंडिया कम्पनी ने आपसी फूट करवाकर सम्पूर्ण भारत पर
सत्ता बना ली। भारत के पास उस समय हथियारों की कमी थी व एक दुसरे राजा के प्रति
द्वेष की भावना के चलते रियासतें आपस में संगठित ना हो सकी ये ही फूट भारत के गुलाम
होने का सबसे बड़ा कारण बनी।
bharat kitni bar gulam hua or kiske karan hua ?
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