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समुद्रगुप्त कौन था?

भारत में अलग-अलग समय में अनेक राजा हुए हैं और उन्ही में से एक राजा थे समुद्रगुप्त। समुद्रगुप्त का शासन वर्ष 335 से 375 ई तक चला और वह गुप्त वंश के चौथे राजा थे यानी कि वह चंद्रगुप्त प्रथम के उत्तराधिकारी थे। समुद्रगुप्त ने जब शासन किया तो उस समय उनकी राजधानी पाटलिपुत्र थी और इन्हें एक अन्य नाम अशोकादित्य के नाम से भी जाना जाता है इस प्रकार से समुद्रगुप्त एक महत्वपूर्ण राजा हुए हैं भारत के इतिहास में, जो गुप्त साम्राज्य से संबंधित थे इसी कारण समुद्रगुप्त के नाम के पीछे गुप्त शब्द लगता है।

समुद्रगुप्त के बारे में विशेष बात यह है कि उन्हें वैश्विक इतिहास में कुछ सफल सम्राटों में से एक माना जाता है और वह गुप्त राजवंश के सफल शासक बने। उनका शासन काल भारत के लिए एक स्वर्ण युग की तरह था और वह अपनी उदारता व युद्ध कला के लिए जाने जाते थे उनकी महानता का अंदाज से इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें कई बार महान सम्राट अशोक के समान रखा जाता है।

समुद्रगुप्त को कभी भी अपने जीवन काल में पराजय का मुंह नहीं देखना पड़ा यही कारण था कि उन्हें भारत का नेपोलियन तक कहा गया। कई बार परीक्षाओं में प्रश्न पूछा जाता है कि भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है तो उसका उत्तर भी यही होगा कि समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है यह प्रश्न अक्सर SSC स्तर की परीक्षाओ में पूछा जाता है।

बात यदि समुद्रगुप्त के साम्राज्य की की जाए तो इनके शासन काल में गुप्त साम्राज्य पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश तथा पूर्वोत्तर भारत तक फैला हुआ था। पूरे उत्तर भारत में समुद्रगुप्त ने शासन किया हालांकि जब वह दक्षिण विजय पर गया तब कुछ उत्तरी राजाओं ने विद्रोह करना शुरू कर दिया था लेकिन बावजूद इसके उत्तर में समुद्रगुप्त के शासन बना रहा हालांकि दक्षिण सुदूर तक गुप्त साम्राज्य का शासन नही पहुंच पाया।

चंद्रगुप्त को लेकर एक प्रश्न यह पूछा जाता है कि समुद्रगुप्त का उत्तराधिकारी कौन था। समुद्रगुप्त का उत्तराधिकारी उसका ज्येष्ठ पुत्र रामगुप्त था जिसने शुरू में तो अच्छा शासन संभाला लेकिन शकों से वह हार गया और समुद्रगुप्त के पिता का नाम चंद्रगुप्त प्रथम था जिसकी बात हम पहले कर चुके हैं इसके अलावा एक प्रश्न यह पूछा जाता है कि स्मुद्रगुप्त को नेपोलियन किसने कहा। इस उत्तर है - उन्हें यह नाम विसेंट स्मिथ ने दिया था। स्मुद्रगुप्त से जुड़े अपने अन्य प्रश्न नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।

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