राज्य जिसे अंग्रेजी में State कहा जाता है, को लेकर अनेक विद्वानों ने समय-समय पर अपने विचार दिए हैं और उन्हीं में से एक विद्वान रहे हैं राल्फ मिलिबैंड, मिलिबैंड को राजनीतिक विज्ञान के क्षेत्र में बहुत अधिक सम्मान प्राप्त है उनके विचार मुख्य रूप से पुस्तक 'द स्टेट इन कैपिटलिस्ट सोसाइटी' में दर्ज हैं और इसी से संबंधित प्रश्न अक्सर शिक्षा में पूछे जाते हैं तो आइए जानते हैं कि राज्य पर मिलिबैंड के क्या विचार थे. मिलिबैंड ने राज्य की चर्चा करते हुए इसके विभिन्न तत्वों को अपनी पुस्तक में दर्ज किया है उन्होंने माना है कि इन सभी तत्वों से मिलकर राज्य का निर्माण होता है और इनमें से सबसे पहला तत्व जो उन्होंने बताया है वह है सरकार.लेकिन इसके साथ मिकीबैंड ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकार एकमात्र तत्व नहीं है जो भी किसी भी राज्य का निर्माण करता है बल्कि इसके अन्य तत्व भी है इसका दूसरा तत्व है प्रशासनिक तंत्र, जो कि राज्य के निर्माण में अहम भूमिका अदा करता है जिसे हम सामान्यत: सिविल सेवा या नौकरशाही के नाम से जानते हैं. यह प्रशासनिक कार्यपालिका होती है जो तटस्थ रहती है विशेषकर उदारवादी और लोक