ईश्वर का निवास स्थान: प्रयाग
सबंधित जानकारी: भारत के राज्य उत्तर प्रदेश के एक शहर “प्रयाग” को ईश्वर
का निवास स्थल नाम से जाना जाता है हालाँकि इसका आधुनिक नाम बदल कर इलाहाबाद कर दिया
गया है जो नाम मुग़ल सल्तनत पर वर्षो तक काबिज़ रहे अकबर ने किया था हिन्दू
मान्यताओं से बहुत ही गहराई से जुड़े इस शहर के बारे में प्रचलित कथा के अनुसार
सृष्टि की रचना करने के पश्चात ब्रह्मा ने प्रथम यज्ञ प्रयाग में ही किया था इस
शहर के प्रसिद्ध होने का एक अन्य कारण कुंभ मेले का आयोजन भी है यह मेला प्रत्येक
बारह वर्ष के अंतराल पर लगता है
गोल्डन सिटी/ स्वर्ण शहर: अमृतसर
सबंधित जानकारी: अमृतसर को गोल्डन
सिटी नाम यहाँ स्थित सिखों के सबसे बड़े व पवित्र धर्म स्थल “गुरुद्वारा श्री
हरिमंदिर साहिब” के कारण पड़ा है जो कि सोने से सुसज्जित है यह गुरुद्वारा साहिब
सिखों के पाँच तख्तों (पंज तख़्त) में से एक है स्वर्ण मंदिर का निर्माण सिखों के
पांचवे गुरु श्री अर्जुन देव जी ने किया था तथा दीवारों पर सोना चढाने का कार्य
महाराजा रणजीत सिंह के कार्यकाल में संपन्न करवाया गया था
पाँच नदियों की भूमि: पंजाब
सबंधित जानकारी: पंजाब जो कि भारत तथा पाकिस्तान में फैला एक स्थान है तथा
वर्तमान में दोनों देशों में पंजाब (भारत) तथा पंजाब (पाकिस्तान) नाम से बंट गया
है का नाम पाँच नदियों के कारण पड़ा हैं पंजाब शब्द में (पंज)+आब शब्द से अर्थ पाँच
है जो कि इसमें बहने वाली पाँच नदियों सतलुज, व्यास, रावी, चिनाव तथा झेलम को
संबोधित करता है
सात टापुओं का नगर: मुंबई
सबंधित जानकारी: मुंबई को सात टापुओं का नगर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह
भारत के पश्चिम में अरब सागर के सात टापुओं का हिस्सा है तथा इन सात टापुओं से
मिलकर ही एक शहर के रूप में विकसित हुआ है ये सात टापू हैं इस्ले ऑफ़ बॉम्बे,
कोलाबा, ओल्ड वूमन द्वीप, माहीम, माजागांव, पारेल तथा वोरली; इनमें से ओल्ड वूमेन
द्वीप को लिटिल कोलाबा के नाम से भी जाना जाता है
बुनकरों का शहर: पानीपत
सबंधित जानकारी: हरियाणा राज्य का शहर पानीपत हैंडलूम (हाथ की बुनाई) से
सबंधित कार्य में बहुत प्रसिद्ध है यहाँ के उद्योगों में निर्मित वस्तुओं की विदेशों
में बहुत मांग है जिस कारण यह “बुनकरों के शहर” नाम से विश्व विख्यात हो चुका है
गुलाबी शहर: जयपुर
सबंधित जानकारी: जयपुर शहर का गुलाबी रंग से एक अलग ही जुड़ाव है यह जुड़ाव
इतना गहरा है कि इस स्थान का नाम ही गुलाबी शहर पड़ गया आज भी इस शहर में स्थित
पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों को देखा जा सकता है वर्ष 1876 में इस
स्थान पर राज करने वाले सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ़
वेल्स युवराज अलबर्ट के स्वागत में जयपुर को पूर्णत: गुलाबी करवा दिया था जिस कारण
इसे विश्व विख्यात गुलाबी शहर उपनाम प्राप्त हुआ
झीलों का नगर: श्रीनगर
सबंधित जानकारी: श्रीनगर में झीलों की अधिकता है जिसमें से डल झील सबसे
प्रसिद्ध है जम्मू-कश्मीर जिसे प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए जाना जाता है में स्थित
यह स्थल राजधानी होने के साथ साथ पर्यटन केंद्र रूप में भी विकसित है झील तथा
हाउसबोटिंग के लिए प्रसिद्ध इस स्थान को झीलों का नगर की संज्ञा दी जाती है
साल्ट सिटी: गुजरात
सबंधित जानकारी: समुंद्र तट पर स्थित गुजरात राज्य को साल्ट सिटी अर्थात
नमक का शहर नाम से जाना जाने का कारण है यहाँ पर नमक की अधिकता; देश के कुल नमक
उत्पाद में से 78 प्रतिशत तक उत्पादन गुजरात में होता है यही कारण है कि इसे साल्ट
सिटी उपनाम दिया गया है
भारत का हॉलीवुड: मुंबई
सबंधित जानकारी: भारत का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग बॉलीवुड (जो कि हिन्दी
फिल्मों का व्यापार करता है) मुंबई में स्थित है इसी के साथ साथ यहाँ पर छोटे पर्दे
(टीवी) के नाटकों को प्रदर्शन हेतु शूट किया जाता है वर्तमान में यह शहर फ़िल्मी
उद्योग का गढ़ बन गया है तथा कभी कभी इसे भारत का हॉलीवुड उपनाम भी दिया जाता है
हॉलीवुड नाम से यूनाइटेड स्टेट्स (सयुंक्त राष्ट्र) के सिनेमा को जाना जाता है जो
अंतराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी है हालाँकि बॉलीवुड फिल्मों का प्रदर्शन भी
अंतराष्ट्रीय स्तर पर होता है इसके अतिरिक्त भारत में क्षेत्रिय फिल्म उद्योग भी स्थित
हैं जैसे पंजाबी, तमिल, तेलुगु, भोजपुरी इत्यादि
नवाबों का शहर: लखनऊ
सबंधित जानकारी: प्राचीन से ही लखनऊ पर नवाबों का विशेष ध्यान रहा है तथा
यहाँ के कविता, संगीत, संस्कृति को शिया नवाबों ने विशेष रूप से सरंक्षण दिया जिस
कारण इसे नवाबों का शहर नाम मिला ब्रिटिश शासन से पूर्व लखनऊ पर नवाबों का ही
अधिपत्य था जो कि अंतिम नवाब वाजिद अली शाह के बाद समाप्त हो गया तथा लखनऊ को
लार्ड डलहौजी द्वारा अपने अधीन कर लिया गया परन्तु आज भी नवाबों द्वारा किए गए
महत्वपूर्ण सरंक्षण के कारण यहाँ के व्यंजनों, संस्कृति इत्यादि में नवाबी झलक
विद्यमान है
मंदिरों एंव घाटों का नगर: वाराणसी
सबंधित जानकारी: वाराणसी को यदि हिन्दू धर्म का गढ़ कहा जाए तो गलत नही होगा
यहाँ पर मंदिरों की अधिकता के साथ साथ घाटों तथा हिन्दू धर्म से सबंधित प्राचीन
संस्कृति को आज भी संजो कर रखा गया है रामचरितमानस जैसे पूज्य हिन्दू ग्रंथो की
रचना इसी स्थान पर हुई है इसी कारण इसके कई भौगोलिक उपनाम “ज्ञान नगरी” या “भगवान्
शिव की नगरी” इत्यादि प्रसिद्ध हैं उनमें से ही एक “मंदिरों एंव घाटों का नगर”
उपनाम भी है
पहाड़ों की रानी: मसूरी
सबंधित जानकारी: मसूरी उत्तराखंड में हिमालय की पर्वतमाला में स्थित है जिस
कारण यहाँ से चारों तरफ एक आलौकिक पहाड़ी दृश्य दिखाई देता है जो पर्यटकों को
मंत्रमुग्ध कर देता है तथा इसी के साथ साथ वनस्पति, आस पास का वातावरण तथा पहाड़ी जीव जंतु इसकी
अलौकिकता में वृद्धि करते हुए प्रतीत होते हैं पहाड़ों के इतने सुन्दर दृश्य के बीच
स्थित होने के कारण इस स्थान को “पहाड़ों की रानी” कहा जाता है
मसालों का बगीचा: केरल
सबंधित जानकारी: केरल में मसालों के आत्याधिक उत्पादन के कारण इस राज्य को
“मसालों का बगीचा” भी कहा जाता है केरल के मसाले भारत के सभी हिस्सों में प्रसिद्ध
होने के साथ साथ विदेशों में भी भेजे जाते हैं
मेघों का घर: मेघालय
सबंधित जानकारी: मेघ शब्द का अर्थ होता है बादल; अर्थात बादलों का घर नाम
से मेघालय को संबोंधित किया जाता है जहाँ पर सारे वर्ष ही बादल छाए रहते हैं इस
स्थान पर होने वाली वर्ष 1200 सेंटी मीटर प्रति वर्ष है जो इसे देश का सबसे नम
(गीला) स्थान बनाती है सारे वर्ष हल्की बूंदा-बांदी तथा बादलों से ढके रहने के
कारण मेघालय को “मेघों का घर” उपनाम दिया जाता है
अरब सागर की रानी: कोच्चि
सबंधित जानकारी: केरल राज्य का क्षेत्रिय भाग कोच्चि दक्षिण-पश्चिम तट रेखा
पर स्थित है जिसे अरब सागर की रानी कहा जाता है जो कि मसालों के व्यापार में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा अरब सागर के जल मार्ग का प्रयोग करता है यह भारत
की प्रमुख बंदरगाहों में से एक है
उत्तर भारत का मेनचेस्टर: कानपुर
सबंधित जानकारी: उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में उत्पादित सूती कपड़ों की
देश तथा विदेश में बहुतयात मांग के कारण यहाँ स्थित कपडा उत्पादन मीलों की अधिकता
हुई जिस कारण रोजगार का एक बड़ा क्षेत्र बन कर उभरे कानपुर को उत्तर भारत का
मेनचेस्टर कहा जाने लगा यहाँ उत्पादित सूती कपडे की गुणवत्ता के कारण इसकी देश में
ही नही बल्कि विदेश में भी तारीफ़ की जाती है कानपूर में सर्वप्रथम कपड़ा मिल 1862
में लगाईं गई थी
सोया प्रदेश: मध्य प्रदेश
सबंधित जानकारी: पिछले पाँच से भी ज्यादा दशकों से सोयाबीन का देश में सबसे
अधिक उत्पादन कर रहे मध्य प्रदेश को “सोया प्रदेश” उपनाम से भी जाना जाने लगा है
सोयाबीन के उत्पादन में मध्य प्रदेश देश में अग्रणी है देश के कुल सोयाबीन उत्पादन
का 60 प्रतिशत मध्य प्रदेश में होता है
धान की डलिया: छत्तीसगढ़
सबंधित जानकारी: भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में धान बहुत अधिक मात्रा में उगाई
जाती है तथा यहाँ पर धान की बहुत सी किस्में पाई जाती हैं जिस कारण यह राज्य धान
के क्षेत्र में भारत का सबसे अग्रणी राज्य है तथा धान की डलिया या धान का कटोरा उपनाम
से जाना जाता है
एशिया की अण्डो की टोकरी: आन्ध्रप्रदेश
सबंधित जानकारी: वर्ष में लगभग 2000 करोड़ तक अण्डो का उत्पादन करने वाले
आन्ध्र प्रदेश को भारत ही नही बल्कि पूरे एशिया का सबसे अधिक अण्डा उत्पादन करने
वाला स्थान है अण्डों के इतने बड़े व्यापार के कारण ही इस राज्य को एशिया की अण्डों
की टोकरी कहा जाने लगा है
जुड़वां नगर: हैदराबाद-सिकंदराबाद
सबंधित जानकारी: हैदराबाद तथा सिकंदराबाद नगर जुड़वां नगरों के नाम से जाने
जाते हैं क्योंकि ये एक दुसरे के बिल्कुल साथ-साथ हैं तथा क्षेत्रफल के नजरिये से
बराबर प्रतीत होते हैं हालाँकि इन नगरों के अन्दर का नक्शा भवन तथा संस्कृति भिन्न
है परन्तु समय के साथ-साथ ये नगर एक दुसरे में समाए हुए नज़र आने लगे हैं
पेठा नगरी: आगरा
सबंधित जानकारी: लगभग 56 प्रकार के अलग-अलग पेठों की किस्मों के कारण विश्व
भर में आगरा मशहूर है यहाँ पर पेठे की मिठाई 1940 से लगातार बनाई जाती रही है
यद्दपि वक्त के साथ साथ इसके स्वाद में अंतर आया है परन्तु पिछले लगभग 10 दशकों
में यहाँ के पेठा इतना मशहूर हो चुका है कि इसके स्वाद की महक विदेशों में भी
महसूस की जाती है जिस कारण “ताज नगरी आगरा” को “पेठा नगरी” के नाम से भी एक पहचान
मिली है
राष्ट्रीय राजमार्गों का
चौराहा: कानपुर
सबंधित जानकारी: उत्तर प्रदेश में स्थति कानपूर शहर में से राष्ट्रिय
राजमार्ग गुजरने के कारण इसे राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा नाम से जाना जाता है
कोयला नगरी: धनबाद
सबंधित जानकारी: झारखण्ड का शहर धनबाद कोयला क्षेत्र में सबसे अग्रणी है तथा
भारत की कोयला राजधानी के नाम से भी जाना जाता है कभी कभी इसे कोयलांचल कह कर भी
संबोधित किया जाता है धनबाद में कोयले की सैंकड़ो खाद्याने हैं जो यहाँ की
अर्थवयवस्था की रीढ़ हैं कोयले की इसी अधिकता के कारण धनबाद को कोयला नगरी कहा जाता
है
भारत का टोलीवुड: कोलकाता
सबंधित जानकारी: टोलीवुड अर्थात बंगाली सिनेमा का गढ़ होने के कारण कोलकाता
को भारत का टोलीवुड कहा जाता है जो कि इसका संक्षिप्त नाम है क्योंकि यह इंडस्ट्री
कोलकाता के टोलीगंग में स्थित है
लीची नगर: देहरादून
सबंधित जानकारी: लगभग अठारहवीं सदी से ही देहरादून में लीची का उत्पादन
किया जाता रहा है देहरादून में लीची का उत्पादन इतना लोकप्रिय है कि यहाँ के हर
बगीचे में लीची के पेड़ अवश्य ही होते हैं तथा पिछले कुछ दशकों से यह स्थान लीची के
उत्पादन में भारत में सबसे हो गया है जिस कारण इसका उपनाम लीची नगर पड़ा
अन्य नाम:
पूर्व का पेरिस
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जयपुर
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भारत का डेट्रायट
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पीथमपुर
|
क्वीन ऑफ़ डेक्कन
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पुणे
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अन्तरिक्ष का शहर
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बंगलुरु
|
डायमंड हार्बर
|
कोलकाता
|
पूर्व का वेनिस
|
कोच्चि
|
भारत का मेनचेस्टर
|
अहमदाबाद
|
भारत का पिट्सबर्ग
|
जमशेदपुर
|
भारत का प्रवेश द्वार
|
मुंबई
|
पूर्व का स्कॉटलैंड
|
मेघालय
|
महलों का शहर
|
कोलकाता
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त्यौहारों का नगर
|
मदुरै
|
इस्पातनगरी
|
जमशेदपुर
|
रैलियों का नगर
|
दिल्ली
|
भारत का वोस्टन
|
अहमदाबाद
|
सूती वस्त्रों की राजधानी
|
मुंबई
|
भारत का स्विट्ज़रलैंड
|
कश्मीर
|
बगीचों का शहर
|
कपूरथला
|
भारत का पेरिस
|
जयपुर
|
भारत का उद्यान
|
बंगलुरू
|
पहाड़ी की मल्लिका
|
नेतरहाट
|
कर्नाटक का रत्न
|
मैसूर
|
राजस्थान का हृदय
|
अजमेर
|
सूर्य नगरी
|
जोधपुर
|
राजस्थान का गौरव
|
चितौड़गढ़
|
ताला नगरी
|
अलीगढ
|
राजस्थान का शिमला
|
माउंट आबू
|
काशी की बहन
|
गाजीपुर
|
खुशबुओं का शहर
|
कनौज
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