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पाल कहाँ का राजवंश था

पाल वंश या पाल राजवंश का सबंध बंगाल से है। इस राजवंश का अस्तित्व 750 से 1174 ईसवी तक रहा। पाल वंश का नाम इसके संस्थापक गोपाल के नाम पर पड़ा था। बंगाल तथा पूर्वी भारत पर इस राजवंश की मजबूत पकड़ थी। बौद्ध धर्म का अनुसरण करने वाले पाल शासकों को वास्तुकला को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। पाल वंश के संस्थापक गोपाल 20 वर्ष तक राज करने के पश्चात मृत्यु को प्राप्त हो गए थे उनके बाद यह वंश धर्मपाल, देवपाल, शूरपाल आदि से होते हुए अंतिम शासक गोविंद पाल के समय (1162 से 1174) तक पहुँचकर समाप्त हो गया। तत्प्श्चात पालों के अधिकार से स्वतंत्र हुए क्षेत्रों पर सेनों की पकड़ तेज हुई तथा सेन राजवंश के उदय हुआ।

कहाँ का राजवंश था: बंगाल का
कब स्थापित हुआ: वर्ष 750 में
संस्थापक कौन था: गोपाल

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