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ABS Full Form in Hindi एबीएस फुल फॉर्म

विश्व स्तरीय आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यह बात सामने आती है कि 01 वर्ष में सड़क दुर्घटना में मरने वाले लोगों की संख्या 13 लाख के पार हो जाती है और यदि इसे रोजाना स्तर पर देखा जाए तो 01 दिन में लगभग 3,200 लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं। वहीं ऐसे लोग जो दुर्घटना के कारण विकलांग हो गए हैं या जिन्हें दुर्घटना के कारण गंभीर चोटे आई हैं उनकी संख्या वार्षिक तौर पर 20 से 50 लाख तक पहुँच जाती है। इतने बड़े स्तर पर जब सड़क दुर्घटनाएं होती है तो यह जांच का विषय बन जाता है कि इन घटनाओं की वजह क्या है क्या ट्रैफिक इसकी वजह है, सड़क की बनावट इसकी वजह है या फिर कोई अन्य कारण है जिसकी वजह से यह घटनाएं हो रही हैं और इन विषयों पर जांच शुरू की जाती है। इस जांच का मुख्य उद्देश्य इन सड़क दुर्घटनाओं को कम से कम करना होता है। पिछले कुछ दशकों में हुईं जांचों के आधार पर यह बात सामने आई है कि सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ऐसी अकस्मात की स्थिति होती है जब किसी गाड़ी के सामने कोई अन्य गाड़ी आ जाती है या किसी भी वजह से गाड़ी के अचानक ब्रेक लगाने पड़ते हैं। ऐसी स्थिति में गाड़ी अनियंत्रित हो जाती है तथा दूसरे वाहन से टकराकर एक बड़ी दुर्घटना का कारण बनती है और जब सड़क पर भीड़ अधिक हो तो इस प्रकार की अनियंत्रित गाड़ी एक बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु का कारण बनती है। यह तथ्य सामने आने के पश्चात वाहन में एक ऐसा यंत्र लगाने की आवश्यकता महसूस की गई जो अकस्मात लगाए गए ब्रेक की स्थिति में गाड़ी को अनियंत्रित न होने दे और यहीं से ABS सिस्टम की शुरुआत हुई। तो चलिए जानते हैं ABS की फुल फॉर्म और साथ ही इसके बारे में वो सभी तथ्य जो सामान्य ज्ञान की दृष्टि से आपको पता होने चाहिए।

ABS की फुल फॉर्म होती है Anti-lock Braking System (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) जैसा कि इसके नाम से ही ज्ञात होता है कि यह एक ब्रेक प्रतिरोधक यंत्र है जो अकस्मात लगाए गए ब्रेक को अचानक से लगने नहीं देता बल्कि उसे धीरे-धीरे अप्लाई करता है। ABS सिस्टम युक्त गाड़ी में अचानक से ब्रेक नही लगता बल्कि एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम उसे बार-बात हटाता रहता है। जिस कारण गाड़ी अनियंत्रित नहीं होती और स्लिप होकर किसी अन्य वाहन से नहीं टकराती जिससे एक बड़ी दुर्घटना होने से बच जाती है। अधिक्तर देशों ने गाड़ियों में ABS सिस्टम लगाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है जबकि बहुत से देशों में इसकी घोषणा की जा चुकी है और जल्द ही लगभग पूरे विश्व में इसे अनिवार्य किए जाने की संभावना है।

एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम के अविष्कार का श्रेय Gubrial Voisin को जाता है जिन्होंने वर्ष 1929 में हवाई जहाज के लिए एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम ईजाद किया था। आज जिस आधुनिक एंटी- लॉक ब्रेकिंग सिस्टम का प्रयोग गाड़ियों में किया जाता है इसे बनाए जाने की शुरुआत 1950 के दशक से हो गई थी तथा आज बहुत बड़े स्तर पर इसे वाहनों में प्रयोग किया जा रहा है और यह सिस्टम सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु सहायक सिद्ध हो रहा है।

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