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मध्य प्रदेश की राजधानी क्या है?

मध्य प्रदेश की राजधानी का नाम भोपाल है। भोपाल को "झीलों का शहर" नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां पर बहुत बड़ी संख्या में प्राकृतिक और कृत्रिम रूप से निर्मित झीलें विद्यमान है। भोपाल वही शहर है जो वर्ष 1984 में इतिहास की सबसे बड़ी गैस त्रासदी का गवाह बना था जिसे "भोपाल गैस कांड या भोपाल गैस त्रासदी" के नाम से जाना जाता है। 285 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बसा भोपाल शहर भारत का 17 वां सबसे बड़ा शहर है तथा दुनिया के 150 सबसे बड़े शहरों में इसका नाम आता है।

यदि इतिहास में झांक कर देखा जाए तो भोपाल की स्थापना 11 वीं शताब्दी में परमार वंश के राजा भोज द्वारा की गई थी जो मध्य प्रदेश के ही एक अन्य शहर "धार" से अपना राजपाट संभाला करते थे। हालांकि इस विषय में कुछ अन्य तथ्य यह भी कहते हैं कि भोपाल की स्थापना "भूपाल" नाम के राजा ने की थी तथा उसी राजा के नाम पर इस क्षेत्र का नाम भोपाल रखा गया था। अपने शुरुआती समय में भोपाल एक गांव के रूप में से सिकुड़ा हुआ था और जिस आधुनिक रूप में आज हम भोपाल को देखते हैं इसकी स्थापना दोस्त मोहम्मद खान ने वर्ष 1672 से 1728 के मध्य की थी; जो कि मुगल आर्मी का एक अफगानी सैनिक था। वर्ष 1818 में भोपाल पर अंग्रेजी हुकूमत का राज हो गया था।

अंग्रेजों ने जब भारत को आजाद किया उससे पूर्व भोपाल एक प्रिंसली स्टेट हुआ करता था तथा आजादी के बाद भी वर्ष 1956 तक इसने भारत के एक स्वतंत्र राज्य के तौर पर अपने आप को स्थापित रखा परंतु वर्ष 1956 में जब भाषा के आधार पर राज्यों का पुनर्गठन किया गया उस समय भोपाल स्टेट, विंध्या प्रदेश और मध्य भारत तीनों राज्यों को मिलाकर "मध्य प्रदेश" राज्य का निर्माण कर दिया गया।

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