बंगबन्धु उपनाम से बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान को जाना जाता है। शेख मुजीबुर्रहमान वही व्यक्ति हैं जिनकी हत्या बांग्लादेश के राष्ट्रपति पद पर रहते हुए कर दी गई थी। बांग्लादेश की सेना द्वारा किया गया यह हत्याकांड इतना क्रूर था कि शेख मुजीबुर्रहमान के साथ उनकी पत्नी, पुत्र और उनके परिवार के सदस्यों सहित 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। यह हत्याकांड 15 अगस्त 1975 को उस समय हुआ जब रहमान बांग्लादेश के राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे। बांग्लादेश की सेना द्वारा यह हत्या कर खन्दकार मोशताक आहमद को बांग्लादेश का राष्ट्रपति बनाया गया। शेख मुजीबुर्रहमान बांग्लादेशी अवामी लीग के अध्यक्ष थे। पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी किए गए संग्राम का नेतृत्व उन्होंने ही किया था तथा वे बांग्लादेश के संस्थापक नेता थे। 1975 को हुए हत्याकांड में उनके पूरे परिवार को मार दिया गया सयोंगवश उनकी दो पुत्रियों (जो जर्मनी रहती थी) की जान बच गई। तत्पश्चात उनकी एक पुत्री शेख हसीना 1981 में बांग्लादेश लौटी और बांग्लादेशी अवामी लीग की अध्यक्ष नियुक्त हुई। शेख हसीना वर्ष 1996 से 2001 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रही तथा वर्ष 2009 में पुनः इस पद पर चुनी गई।
किसे जाना जाता है : शेख मुजीबुर्रहमान को
कौन थे : बांग्लादेश के संस्थापक नेता व प्रथम राष्ट्रपति
विशेषता : बंगबन्धु नाम से प्रसिद्ध व बांग्लादेश की सफल प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता
अन्य किस लिए जाने जाते हैं : बांग्लादेश राष्ट्रपति हत्याकांड में पीड़ित