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दिल्ली का पुराना नाम क्या था

दिल्ली का पुराना नाम आज से नहीं बल्कि महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। महाभारत काल में दिल्ली को "इंद्रप्रस्थ" नाम से जाना जाता था तथा इस महाकाव्य के अनुसार दिल्ली को "खांडवाप्रस्थ" नामक एक जंगल को जलाकर बनाया गया था। जंगल को जलाकर जो स्थान बनाया गया उसे इंद्रप्रस्थ नाम से जाना गया। जो उस समय पांडवों का प्रिय क्षेत्र था। 19 वीं शताब्दी तक दिल्ली को इंद्रप्रस्थ नामक गांव के रूप में जाना गया जबकि इस क्षेत्र के आस-पास मुगल काल और दिल्ली सल्तनत के शासको ने बहुत से शहर बसाए जो आज दिल्ली का हिस्सा हैं लेकिन इंद्रप्रस्थ को दिल्ली नाम।कैसे मिला ये भी जानना आवश्यक है।

माना जाता है कि दिल्ली का नाम इस पर शासन करने वाले राजा "ढिल्लु" के नाम पर पड़ा है। प्राचीन समय में इसे राजा ढिल्लु के नाम पर "ढील्लीका" या "ढीली" नाम मिला जो समय के साथ दिल्ली में तब्दील हो गया। इसके अतिरिक्त एक अन्य मान्यता के अनुसार माना जाता है कि दिल्ली का नाम "देहली" शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है दहलीज (अर्थात वह स्थान जहां से प्रवेश किया जाता है) समय ज साथ दिल्ली ने बहुत से नाम प्राप्त किए जिन्हें सम्मिलित कर आज हम नई दिल्ली के नाम से जानते हैं तो आइए नजर डालते हैं उन सभी नामों पर जो समयानुसार दिल्ली को दिए गए।

1. इंद्रप्रस्थ (यह नाम दिल्ली को महाभारत के समय में मिला)

2. लालकोट (यह नाम दिल्ली का पृथ्वीराज चौहान के समय में दिया गया)

3. तुगलकाबाद (यह नाम दिल्ली को तुगलक शासकों के समय में प्रदान किया गया)

4. जहांपनाह (यह नाम दिल्ली को मोहम्मद बिन तुगलक के समय में दिया गया)

5. फिरोजाबाद (यह नाम दिल्ली को फिरोजशाह तुगलक के समय दिया गया)

6. दीनपनाह (यह नाम दिल्ली को मुगल शासक हुमायूं के समय में दिया गया)

7. शेरगढ़ (यह नाम दिल्ली को शेरशाह सूरी के समय में दिया गया)

8. शाहजहांबाद (यह नाम दिल्ली को मुगल शासक शाहजहां के समय में दिया गया)

9. दिल्ली या नई दिल्ली (उपरोक्त सभी स्थानों को मिलाकर जो शहर हम देखते हैं उसे दिल्ली या नई दिल्ली के नाम से जाना जाता है जो इस समय भारत की राजधानी है)

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