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एक दिन के लिए भारत की राजधानी किसे बनाया गया था?

भारत की राजधानी समय-समय पर बदलती रही है जिस कारण बहुत से शहरों को इतिहास में भारत की राजधानी होने का गौरव प्राप्त है। इन सभी राजधानियों में कोलकाता और दिल्ली का नाम मुख्य तौर पर लिया जाता है। लेकिन भारत के इतिहास में एक ऐसा शहर भी रहा है जिसे मात्र एक दिन के लिए "भारत की राजधानी" होने का गौरव प्राप्त हुआ। आज इस आर्टिकल में हम उसी शहर के बारे में जानेंगे और साथ ही जानेंगे उस शहर से जुड़े वे सभी प्रश्न जो सामान्य ज्ञान की दृष्टि से आपको पता होने चाहिए।

1. किस शहर को वर्ष 1858 में एक दिन के लिए भारत की राजधानी होने का गौरव प्राप्त है?
इलाहाबाद को (वर्तमान नाम : प्रयागराज)

2.  इलाहाबाद शहर भारत के किस राज्य में स्थित है?
उत्तर प्रदेश में

3. इलाहाबाद शहर का पुराना नाम क्या है?
कौशांबी तथा प्रयागराज

4. इलाहाबाद का नाम किस वर्ष बदलकर प्रयागराज कर दिया?
वर्ष 2018 में

5. प्रयागराज महानगर का क्षेत्रफल कितना है?
82 वर्ग किलो मीटर

6. त्रिवेणी संगम किस शहर में स्थित है?
प्रयागराज में

7. त्रिवेणी संगम में किन नदियों का मिलन होता है?
गंगा, यमुना तथा सरस्वती का

8. प्रयाग का क्या अर्थ होता है?
बलिदान की भूमि

9. पुराणों में प्रयागराज के बारे में क्या मान्यता है?
माना जाता है कि संसार की रचना करने के बाद ब्रह्मा जी ने प्रथम बलिदान प्रयागराज में ही दिया था।

10. कुंभ का मेला कहाँ लगता है?
प्रयागराज में

11.  कुंभ का मेला कितने वर्षों बाद लगता है?
12 वर्षों बाद

12.  इलाहाबाद का नाम कितने वर्षों बाद बदलकर प्रयागराज किया गया है?
450 वर्षों बाद

13. किस ऐतिहासिक पुस्तक के अनुसार इलाहाबाद का नाम मुगल शासक अकबर ने रखा था?
अकबरनामा के अनुसार

14. किस मुगल शासक ने इलाहाबाद का नाम बदलकर अलाहाबाद किया था?
शाहजहां ने

15. इलाहाबाद शब्द का अर्थ क्या होता है?
इलाहाबाद दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है पहला शब्द है "इलाहा" अर्थात अल्लाह तथा दूसरा शब्द है "आबाद" अर्थात बसाना। इस प्रकार इलाहाबाद का अर्थ निकलता है अल्लाह द्वारा बसाया गया स्थान

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