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कर्क रेखा किसे कहते हैं?

हमारी पृथ्वी की विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों को समझने के लिए इस पर कुछ काल्पनिक रेखाएं खींची गई हैं। मुख्य रेखाओं की बात करें तो पृथ्वी के मध्य भाग के नजदीक तीन रेखाएं खींचीं गई हैं। पहली रेखा जो सबसे मध्य में है उसे भूमध्य रेखा या विषुवत रेखा कहा जाता है। दूसरी रेखा जो साढ़े 23 डिग्री उत्तर में स्थित है उसे कर्क रेखा कहा जाता है और तीसरी रेखा जो साढ़े 23 डिग्री दक्षिण में स्थित है उसे मकर रेखा कहा जाता है। इन तीनों रेखाओं की विशेष बात यह है कि इन्हीं तीनों रेखाओं के आसपास की दुनिया के लगभग सभी बड़े मरुस्थल स्थित है। इसका कारण यह है कि इन तीनों रेखाओं पर सूर्य वर्ष के अलग-अलग हिस्सों में लंबवत रहता है जिसकी वजह से सूर्य की।किरणें ज्यादातर समय इन्हीं रेखाओं से जुड़े हुए स्थानों पर पड़ती है।

कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरती है ये राज्य हैं गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम।

जब सूर्य उत्तरायण में होता है तो यह कर्क रेखा पर सीधी किरणें डालता है जिसके चलते पृथ्वी के उत्तरी भाग (कर्क रेखा के क्षेत्रों) में भीषण गर्मी पड़ती है। जबकि उसी समय पृथ्वी दक्षिणी भाग (मकर रेखा के क्षेत्रों) में सर्दी पड़ रही होती है। ठीक है ऐसे ही जब सूर्य दक्षिणायन होता है उस समय मकर रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती है जिस कारण कर्क रेखा वाले क्षेत्र में सर्दी पड़ रही होती है। इस प्रकार से पृथ्वी के साढ़े 23 डिग्री पर झुके होने की वजह से यह चक्र चलता रहता है।

कर्क रेखा क्या है : पृथ्वी के उत्तर में साढ़े 23 डिग्री पर स्थित काल्पनिक रेखा।

कितने राज्यों से होकर गुजरती है : 8 राज्यों से

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