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पानीपत का प्रथम युद्ध कब हुआ था

पानीपत का पहला युद्ध 21 अप्रैल 1526 को हुआ था। हरियाणा राज्य में स्थित पानीपत जो आज एक जिले के रूप में जाना जाता है इतिहास के तीन अहम युद्धों का साक्षी है। इन तीनों युद्धों ने सम्पूर्ण भारत का इतिहास बदल कर रख दिया था। इनमें से प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 को बाबर तथा दिल्ली सल्तनत पर लगभग 70 वर्षों से काबिज़ इब्राहिम लोधी के बीच हुआ था। हालाँकि इस युद्ध में इब्राहिम लोधी की विजय लगभग तय थी क्योंकि उसके पास बाबर से चार गुना अधिक सेना थी जहाँ बाबर 15 हज़ार की सेना लेकर दिल्ली फतह करने चला था वहीं दिल्ली सल्तनत के नवाब इब्राहिम लोधी अपनी 1 लाख की सेना के साथ पहाड़ बनकर खड़ा था। परन्तु पानीपत की धरती पर लड़े गए इस युद्ध के परिणाम बिल्कुल उलट रहे। बाबर ने युद्ध मे 24 तोपों का प्रयोग किया। तोपों के प्रयोग से हर भारतीय राजा अनजान था तथा भारत में ये पहला युद्ध था जिसमें तोपों का इस्तेमाल हुआ। बाबर ने अपनी युद्ध कुशलता का प्रयोग करते हुए सबसे पहले तोपों का प्रयोग किया। इब्राहिम लोधी जो कि हाथियों के साथ युद्ध विजयी करने आया था को उन्ही हाथियों ने भयंकर नुकसान पहुँचाया क्योंकि हाथी तोपों से उठने वाली धमाके की आवाज़ के आदि न थे इस कारण जब बाबर के तोपों ने धमाकों के साथ आग बरसानी शुरू की तो लोधी की सेना में भगदड़ मच गई। हाथी डर कर अपनी ही सेना को कुचलते हुए उल्टी दिशा में भागने लगे। इससे पहले की लोधी संभल पाता बाबर की सेनाओं ने तीन ओर वार करना आरंभ कर दिया। इस प्रकार हर तरफ से वार की पीड़ा झेल रही लोधी का सेना के हौंसले पस्त हो गए। सैनिक डर कर मैदान छोड़कर भागने लगे। अंत में जब भगदड़ थोड़ी हल्की हुई तो इब्राहिम लोधी को मरा हुआ पाया गया। लोधी की मौत की खबर फैलते ही बाबर की जीत का डंका बजा तथा लोधी की सेना ने हथियार डाल दिए। इस प्रकार दिल्ली की सल्तनत पर इब्राहिम लोधी का 70 वर्ष चला साम्राज्य समाप्त हो गया तथा बाबर ने दिल्ली सहित भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। इसके पश्चात मुगल साम्राज्य ने भारत पर 500 साल तक लंबा राज किया। पानीपत के प्रथम युद्ध ने भारत के इतिहास की दिशा ही मोड़ दी हालाँकि इस मोड़ की संभावना नागण्य थी। पानीपत के प्रथम युद्ध से सबंधित सामान्य ज्ञान प्रश्न निम्न है:

किस राजपूत राजा ने पानीपत के प्रथम युद्ध में इब्राहिम लोधी का साथ दिया था तथा लोधी की हार के बाद उस राजपूत राजा का क्या हुआ?
राजा विक्रमजीत ने (विक्रमजीत भी युद्ध में मृत्यु को प्राप्त हो गए थे)

पानीपत के प्रथम युध्द में कितने सैनिक मारे गए थे?
लगभग 15 हज़ार सैनिक (ज्यादा हानि इब्राहिम लोधी की सेना को झेलनी पड़ी थी)

लोधी और बाबर के बीच युद्ध का कारण क्या था?
लोधी के अधिकार वाले लाहौर को बाबर द्वारा हमला कर अपने अधिकार में लेना।

बाबर ने किस युद्ध पद्दति का इस्तेमाल किया गया जिसे इस युद्ध में उसकी जीत का कारण माना जाता है?
तुगलुमा युद्ध पद्दति का।

मुगल साम्राज्य की नींव पड़ने से पहले दिल्ली पर काबिज वंश किस नाम से जाना जाता था?
लोधी वंश।

लोधी वंश ने कब से कब तक दिल्ली पर राज किया था?
1451 से 1526 पानीपत के प्रथम युद्ध में हारने तक।

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